वेदांत वेदांत का रहस्य एक नास्तिक को छोड़कर, प्रायः हिन्दू, मुसलमान, ईसाई आदि सभी मज़हब वाले किसी-न-किसी रूप में ईश्वर को मानते हीं हैं और सभी का यह कथन है …
ध्यान क्या है? ध्यान जरूरी क्यों? श्याम अद्वैत : ध्यान है सतत जागरण। साक्षी ही ध्यान है। साक्षी भाव में जीना ही ध्यान में जीना है। होश पूर्वक रहना ध्यान है। जीवन में सबकुछ किया अगर ध्…
श्रीमद्भगवद्गीता : षष्ठम अध्याय श्याम अद्वैत : इस अध्याय के आरंभ में भगवान योगेश्वर श्रीकृष्ण संयास के नाम पर चली आ रही रुढ़ियों को खंडन करते हुए कहते हैं कि केवल अग्नि को ना छूने व…
श्रीमद्भगवद्गीता : पंचम अध्याय श्याम अद्वैत : योगेश्वर श्रीकृष्ण ने परमात्मा प्राप्ति के दो तरह के मार्ग बताए- पहला भक्ति मार्ग और दूसरा ज्ञान मार्ग। दोनो मार्गों में मोक्षद कर्म…
श्रीमद्भागवद्गीता : चतुर्थ अध्याय श्याम अद्वैत: अध्याय तीन में योगेश्वर श्रीकृष्ण ने विश्वास दिलाया दिया कि जो मेरे इस मत के अनुसार आचरण करेगा , वो जन्म मरण के बंधन से छूट जाएगा। अब च…
श्रीमद्भागवद्गीता : तृतीय अध्याय श्याम अद्वैत: अध्याय दो में श्रीकृष्ण महाराज ने अर्जुन से परमात्मा प्राप्ति के दो मार्ग बताए। पहला निष्काम कर्म मार्ग या भक्ति मार्ग और दूसरा ज्ञान …
श्रीमद्भागवद्गीता : द्वितीय अध्याय श्याम अद्वैत : गीता का पहला अध्याय अध्यात्म में प्रवेश का है। जब कोई नया साधक अध्यात्म की ओर अग्रसर होता है, तो पारिवारिक मोह और विषय आसक्ति बाधक बन…
श्रीमद्भगवद्गीता : प्रथम अध्याय प्रश्न्न- यह जो महाभारत का युद्ध है, इसको अपने व्यावहारिक जीवन में कैसे समझें? गीता ज्ञान को अपने आचरण में कैसे उतारे? श्याम अद्वैत : देखिए! महाभारत…
श्वेताश्वतर उपनिषद प्रश्न्न - उपनिषद आरंभ करने से पहले शांति पाठ या शांति मंत्र क्यों आवश्यक है? अद्वैत : देखिए जो उपनिषदों में चर्चा होती है, गुरु शिष्य के बीच जो आध्य…
उत्तर गीता महाभारत के युद्ध में कुरुक्षेत्र में जो गीता ज्ञान का अमृत श्रीकृष्ण ने अर्जुन को उपदेश किया था, वह गीता अर्जुन को विस्मृत हो गया। अर्जुन ने निवेदन क…
कभी-कभी गूगल भी कर लिया करो यहां नीचे कुछ फोटोस दिए गए हैं, जो गूगल पर सर्च करके ही आप तक पहुंचाए जा रहे हैं, इन फोटो में दिए गए वाक्यों को ध्यान पूर्वक अध्ययन करें और विचार करे…