दो कौड़ी के लोग आदर्श बन गए जब आपने घटिया लोगों को अपना आदर्श बना रखा है तो आप एक अच्छे समाज की कल्पना क्यों करते हो? जो स्वयं कभी पान मसाला का विज्ञापन देते हैं वो क्या भारत को…
काम क्रोध मद लोभ सब नरक के पंथ काम क्रोध मद लोभ सब नरक के पंथ बाहर कोई दुश्मन नहीं है। बाहरी दुश्मन अधिक से अधिक भौतिक क्षति पहुंचाएगा। किंतु जो आंतरिक शत्रु है, वह बहुत भारी नुकसा…