Vedanta, Upnishad And Gita Propagandist. ~ Blissful Folks. Install Now

𝗟𝗮𝗻𝗴𝘂𝗮𝗴𝗲

वेदांत , उपनिषद और गीता प्रचारक
Aatma-Badh

विवेक चूड़ामणि

आदि शंकराचार्य : मनुष्य शरीर जैसे दुर्लभ अवसर को पाकर जो मनुष्य मुक्ति के लिए प्रयत्न नहीं करता , वह निश्चय ही आत्मघाती है, हिंसक है। अपने आप को संसा…

तत्व बोध

प्रश्न्न - जब शास्त्रों में कहा गया है कि जप ,तप ,ध्यान, साधना इत्यादि से मोक्ष मिल सकती है तब आप क्यों कहते हैं कि ज्ञान के बिना मोक्ष नहीं मिलता? …

आत्मबोध

तपस्या करते करते अर्थात् अनेक प्रकार के कठिन व्रतादि करने से जिनके अन्तःकरण से - रागद्वेषादि दूर हो गये हैं, और पापों का नाश हो गया है, जिनकी चित्त क…