विवेक चूड़ामणि आदि शंकराचार्य : मनुष्य शरीर जैसे दुर्लभ अवसर को पाकर जो मनुष्य मुक्ति के लिए प्रयत्न नहीं करता , वह निश्चय ही आत्मघाती है, हिंसक है। अपने आप को संसा…
तत्व बोध प्रश्न्न - जब शास्त्रों में कहा गया है कि जप ,तप ,ध्यान, साधना इत्यादि से मोक्ष मिल सकती है तब आप क्यों कहते हैं कि ज्ञान के बिना मोक्ष नहीं मिलता? …
आत्मबोध तपस्या करते करते अर्थात् अनेक प्रकार के कठिन व्रतादि करने से जिनके अन्तःकरण से - रागद्वेषादि दूर हो गये हैं, और पापों का नाश हो गया है, जिनकी चित्त क…