तिरंगा से देश प्रेम बढ़ेगा क्या ?
आप घर घर तिरंगा तो पहुंचा सकते हैं लेकिन देश प्रेम सभी की हृदय में नहीं जगा सकते। आज का युवा उन सेनानियों को जानता है जो 18 से 24 की उम्र में देश के लिए कुर्बानी दे दी थी। भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद, खुदीराम बोस, सुभाष चंद्र बोस, बादल गुप्ता, करतार सिंह, इन सभी के नाम भी ना पता सभी को। देश प्रेम बहुत ऊंची बात है। अन्यथा राजगुरु, खुदीराम बोस ,बादल गुप्ता, भगत सिंह , पगले तो थे नहीं, जिन्होंने 20 - 30 की उम्र में ही राष्ट्र के खातिर जान गवा बैठे। यदि हृदय में देश प्रेम नहीं है तो बाहर से तिरंगा लगा लो, राष्ट्रगान कर लो, कोई फायदा नहीं। जितना जरूरी है राष्ट्रगान में खड़े होना, उतना ही जरूरी है ट्रैफिक की रेड लाइट पर खड़े होना, उतना ही जरूरी है रेलवे क्रॉसिंग की रेड लाइट पर खड़े होना, तब तो लोग मोटरसाइकिल लिटा लिटा के रेलवे क्रॉसिंग कर रहे होते हैं बैरियर गिरने के बाद भी।
जितना सम्मान आप तिरंगा और राष्ट्रगान को देते हैं, उतना ही सम्मान देश की कानून व्यवस्था को देना होगा। आए दिन खबर आती है कि ट्रैफिक पुलिस कार के बोनट पर बैठा हुआ है। ट्रैफिक पुलिस कार को रोकने आया था, और कार वाले ने उसी पर गाड़ी चढ़ा दी। ये रेड लाइट तोड़ करके खुद को देश प्रेमी बोलते हैं।
चोरी से बिजली जलाने वाले अगर अपने घर पर तिरंगा लगा देंगे तो क्या वह देश प्रेमी हो जाएंगे?
रिश्वत लेने वाले दलाल और कर्मचारी हाथ में तिरंगा ले लेंगे अथवा घर पर लगा देंगे तो क्या वह देश प्रेमी हो जाएंगे?
यातायात नियम को तोड़ने वाले अगर झंडा लगा लेंगे मोटरसाइकिल पर तो क्या वह देश प्रेमी हो जाएंगे?
यह जो पूरा समाज है वह गंदगी फैला आएगा तमाम तरह का, वह क्या तिरंगा लगाने से देश प्रेमी हो जाएगा?
निर्दोष जीवों को मारकर खाने वाले तिरंगा लगाने से देश प्रेमी हो जाएंगे ?
पशुओं पर क्रूरता करके तिरंगा लगाने से देश प्रेमी हो जाएंगे?
इन सब के प्रति सतर्क हो जाइए, देश प्रेम दिल से जगेगा, फिर किसी बाहरी तिरंगे की आवश्यकता नहीं पड़ेगी देश प्रेम जगाने के लिए।🙏
राष्ट्र को बचाने का छोटा प्रयास ~ Blissful Folks