जो विवाह के लिए आतुर हो और जो पुत्रप्राप्ति के लिए आतुर है।
एक लड़का छोटी उम्र से ही संयास ले लिया था। जब बड़ा हो गया तब उसने तीर्थयात्रा करने के बारे में सोचा। वह तीर्थ यात्रा पर निकल पड़ा। रास्ते में उधर से सामने से एक बारात आ रही थी। वह संयासी लड़का बारात देखकर चकित रह गया क्योंकि उसने कभी बारात देखी ना थी। वह बचपन से ही सन्यासी हो गया था और वह केवल भजन ,अराधना करता था इसलिए उसने कभी विवाह देखा नहीं था । उसने लोगों से पूछा कि यह क्या है? लोगों ने बताया कि यह बारात है। जो लड़का घोड़े पर सवार है उसकी एक लड़की के साथ शादी होने वाली है। संयासी लड़के ने पूछा कि फिर क्या होगा? लोगों ने बताया कि कि जब लड़के का विवाह हो जाएगा तो जब लड़की उसकी घर आएगी फिर दोनों विषय आनंद को प्राप्त करेंगे। अर्थात एक दूसरे का देह भोगेंगे। फिर लड़की को एक बच्चा पैदा होयेगा। इतना सब कुछ सुनने के बाद संयासी लड़का वहां से चला गया। रास्ते में एक कुएँ के पास पेड़ के नीचे आराम करने लगा तो उसकी आंख लग गई और वह सोने लगा। सोते समय उसने स्वप्न में देखा कि उसकी शादी हो गई । जिस लड़की के साथ उसकी शादी हुई है। वह उस लड़की के साथ सोया हुआ है। उस लड़की ने संयासी लड़के से कहा कि थोड़ा पीछे हटो। जब वह पीछे हटने लगा तो वह कुएँ में गिर गया क्योंकि वह कुएँ के पास लेटा हुआ सपने देख रहा था।जब वह कुएँ में गिरा तो उसकी नींद टूट गई और वह सपने से बाहर आ गया। कुएँ में गिरने की आवाज सुनकर लोग इकट्ठा हो गए और कुएँ से उस संयासी लड़के को बाहर निकाला और पूछा कि तुम्हें इस कुएँ में किसने गिराया? उस संयासी लड़के ने कहा कि मैंने सपने में देखा कि मेरी शादी हो गई है? मेरी स्त्री ने कहा कि पीछे हटो और मैं पीछे हटा तो कुएँ में गिर गया।
उसने कहा जब सपने में लड़की ने मुझे कुएँ में गिरा दिया। यदि सच में होती तो ना जाने क्या अनर्थ करती? काल्पनिक स्त्री ने मेरी यह दुर्दशा की है और यदि वास्तविक स्त्री होती तो न जाने कैसी दुर्दशा करती।
इस पूरी कहानी का निष्कर्ष यही है कि विवेकी, संयासी और योगी के लिए स्त्री नर्क का द्वार है।
दूसरा उदाहरण प्रस्तुत है। जो गृहस्थी पुत्र के लिए आतुर हैं उनके लिए।
पति पत्नी अपने कमरे में सो रहे थे। लेकिन उनके संतान नहीं था। पत्नी में पति से बोला, "सुनिए अगर ईश्वर ने हमें एक संतान दे दिया तो हम उसको कहां सुलाएंगे? पति बिस्तर से थोड़ा पीछे हट कर बोला हम उसको यहां सुलाएंगे। पत्नी ने दोबारा पूछा कि ईश्वर ने हमें एक संतान और दे दिया तो कहां सुलाएंगे? पति थोड़ा पीछे और खिसक कर कर बोला कि उसको भी इसी बीच में सुलाएंगे। पत्नी ने एक बार फिर पूछा कि ईश्वर ने हमें एक संतान और दे दिया तो हम उसको कहा सुलाएंगे? पति पीछे खिसक कर कुछ बोलने वाला था कि अचानक पति बिस्तर से नीचे गिर गया और उसकी टांग टूट गई। और वह हाय हाय करके रोने लगा। उसकी रोने की आवाज सुनकर पड़ोसी जमा होंगे? पड़ोसियों ने पूछा कि तुम्हारी यह टांग किसने तोड़ी? उस आदमी ने बताया कि काल्पनिक पुत्र ने मेरी टांग तोड़ दी अगर सच में होता तो न जाने क्या अनर्थ करता।